शिकारी से खरीदकर भालू काे किया घर पर कैद
कामरुप व ग्वालपाड़ा जिले के असम-मेघालय सीमावर्ती इलाकाें के जंगलाें में वन्य जीवाें का शिकार काेई नहीं बात नहीं है।
शिकारियाें के चलते ही कईं वन्य जीवाें के बच्चे अपनी मां या झुंड से बिछड़ जाते हैं।
इन भटकते हुए जावनराें काे पकड़कर कुछ लाेग आस-पास के गांवाें में बेच देते हैं।
कुछ लाेग इन जंगली हिरण, हाथी, भालू जैसे जानवराें के बच्चाें काे खरीदकर घर पर अवैध रुप से पालते भी हैं।
बीते कल ग्वालपाड़ा जिले के कृष्णाई में वन विभाग ने एक व्यक्ति के घर पर अभियान चलाकर एक भालू के बच्चे काे बरामद किया।
विभाग ने सूत्राें ने बताया कि असम-मेघालय सीमावर्ती कृष्णाई के तरेंगताेप खेरबाड़ी में दिलसिंग माराक नामक व्यक्ति ने इस भालू काे पिछले 4 महीनाें से अपने घर पर कैद रख रखा था।
वह इसे किसी व्यक्ति से खरीदकर लाया था व बेड़ियाें से बांधकर इसे घर पर ही रखा था।
इस बात की जानकारी मिलने के बाद विभाग ने कार्रवाही की व इस भालू काे सकुशल छुड़ा लिया।
इसे अब असम राज्यिक चिड़ियाघर भेजने की तैयारी की जा रही है।
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