राजभवन, शिलांग (हनी झांझरी)। पिछले कुछ दिनाें से असम व मिजाेरम के बीच सीमा विवाद काे लेकर जारी गतिराेध के बीच गत २६ जुलाई काे हुई हिंसक वारदात से आहत हैं मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक।
सीमा काे लेकर असम व मिजाेरम के बीच हुई हिंसा काे काफी दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुये उन्हाेंने कहा कि बातचीत के जरिये इस समस्या का हाल निकाला जा सकता है।
शिलांग स्थित राजभवन परिसर में इस संवाददाता से हुई विशेष बातचीत के दाैरान उन्हाेंने कहा कि असम व मेघालय के बीच सीमा काे लेकर काेई तनाव जैसी स्थिति ताे नहीं है, लेकिन जाे भी समस्या है उसका हल दाेनाें राज्याें के मुख्यमंत्री आपसी सूझबूझ से निकाल लेंगे।
उन्हाेंने कहा कि दाेनाें राज्याें के मुख्यमंत्रियाें में अच्छा तालमेल हैं व दाेनाें कर्मठ मुख्यमंत्री हैं।
उधर, मेघालय में काेविड के टीकाकरण अभियान काे लेकर उन्हाेंने कहा कि आम लाेगाें में अब भी टीके काे लेकर कुछ भ्रांतियां व्याप्त हैं, जिस वजह से लाेग ज्यादा तादात टीका लेने नहीं आ रहे हैं। लाेगाें काे समझना हाेगा कि टीका ही काेविड का इलाज है।
उन्हाेंने कहा कि राजभवन में भी टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। काेविड की वजह से मेघालय में पर्यटन उद्याेग के क्षतिग्रस्त हाेने पर उन्हाेंने चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि राज्य में राजस्व वृद्धि के लिये पर्यटन उद्याेग काे अधिक प्राेत्साहन देने के लिये उनकी सरकार तत्परता से कार्य कर रही है।
हालांकि जब तक बाहर से निवेशक राज्य में नहीं आते, तब तक राज्य की विकास की रफ्तार काे गति मिल पाना संभव नहीं है। इसलिये उन्हाेंने सरकार काे निवेशकाें काे बढ़ावा देने का आग्रह किया है।
मेघालय की राजधानी काे रेलमार्ग से जाेड़ने के रेल मंत्रालय की याेजना काे लेकर उन्हाेंने कहा कि यातायात के अधिक संसाधन हर राज्य के विकास के लिये आवश्यक हैं। सड़क मार्ग के विपरीत रेलमार्ग से जरुरी सामानाें की ढुलाई पर पर परिवहन शुल्क कम पड़ता है। इसलिये मेघालय में अधिक रेल परियाेजनाआें का लागू हाेना राज्य के हित में है।