ग्रामीणाें काे महिला पर था जादू-टाेने (Witch Hunt) का शक
कार्बी आंग्लांग। असम में पुनः जादू टाेने के संदेह में महिला समेत दाे लाेगाें की हत्या (Witch Hunt) का मामला प्रकाश में आया है।
राज्य के पहाड़ी कार्बी आंग्लांग जिले के डाेकमाेका थानान्तर्गत लांग्हीन रहिमापुर में यह भयंकर घटना हुई।
आपकाे बता दें कि यह इलाका काफी दुर्गम पहाड़ी कस्बा है।
घटना के संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार, गांव की एक युवती पिछले कुछ दिनाें से बीमार थी व उसका इलाज गुवाहाटी में चल रहा था।
लेकिन दुर्भाग्यवश युवती की मृत्यु हाे गई।
इसके बाद गत बुधवार काे गांव में मृत्यु के तीन दिन हाेने पर सामाजिक कार्यक्रम संपन्न हुआ।
इसी दाैरान गांव में एक दूसरी युवती अस्वाभाविक आचरण करने लगी।
स्थानीय लाेगाें काे लगा कि युवती में प्रेतात्मा का प्रवेश हुआ है।
इसी हालस में युवती चिल्लाने लगी व पास ही की रमावती हालाेवा (50) नामक एक विधना महिला का नाम पुकारकर उसे डायन बताने लगी।
युवती ने गांव में हाे रहे सभी अमंगल के लिये इसी महिला काे जिम्मेदार ठहराया।
गांव के लाेगाें ने ग्रामप्रधान के घर इस बारे में कंगारु काेर्ट लगायी।
इस दाैरान गांव के लाेगाें ने मानाें आपा ही खाे दिया व रमावती हालाेवा नामक इस महिला काे पकड़कर उसकी जमकर पिटाई की व उसकी हत्या कर दी (Witch Hunt)।
अंधविश्वास की वजह से लाेगाें के इस तरह उग्र हाेने पर विजय गाैड़ नामक स्थानीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक ने गांववालाें काे समझाने की काफी काेशिश की।
लेकिन कुछ लाेगाें ने उसे भी पिट-पिट कर हत्या कर दाेनाें के सिर धड़ से अलग कर दिये।
दाेनाें के सिर की स्थानीय नियमाें के अनुसार पूजा करने के बाद पास ही एक पहाड़ी पर दाेनाें काे जला दिया।
उधर, विधवा महिला की बेटी की भी कुछ लाेगाें ने हत्या करने की काेशिश की। हालांकि वह पास ही खेताें में छिपकर अपनी जान बचा पाई।
अगले दिन सुबह वह किसी तरह स्थानीय पुलिस थाने पंहुच गई।
उधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पंहुचकर इसकी जांच शुरु कर दी है।
एक आराेपी ने आत्मसमर्पण किया है व पुलिस ने 9 लाेगाें काे गिरफ्तार किया है।
असम डायन हत्या प्रतिराेधी कानून, 2015 के तहत एक पुलिस ने मामला दर्ज कर अन्य आराेपियाें की धरपकड़ के लिये अभियान तेज कर दिया है।