लंबी अवधि के बाद मां कामाख्या के दर पर पंहुचे श्रद्धालु

कामाख्या में सेनिटाइजर टनेल से गुजरना व काेविड टेस्ट अनिवार्य

कामाख्या (गुवाहाटी)। काेविड-19 महामारी के चलते गत 20 मार्च से केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत गुवाहाटी के प्रसिद्ध मां कामाख्या मंदिर के दरवाजे भी भक्ताें के लिये बंद हाे गये थे।

लेकिन अब अनलाॅक गाइडलाइन के तहत पुनः काेविड-19 प्राेटाेकाेल का अनुपालन कर कामाख्या मंदिर का प्रवेश मार्ग भक्ताें के लिये खाेला गया है।

रविवार सुबह 8.30 बजे से मां के दरबार में मत्था टेकने व मंदिर की परिक्रमा के लिये भक्ताें की कतार लगी है।

कामाख्या मंदिर पंहुचे श्रद्धालुगण

पश्चिम बंगाल से आये मनाेज दास ने सबसे पहले मंदिर परिसर में पंहुचकर मंदिर के बाहर से मां कामाख्या के चरणाें में शीश नवाया व मंदिर की परिक्रमा की।

आपकाे बता दें कि मंदिर के मूल पीठस्थान (आंतरिक गर्भगृह) काे अभी भी भक्ताें के दर्शन के लिये नहीं खाेला गया है।

श्रद्धालु सिर्फ मंदिर के दर्शन व परिक्रमा ही कर सकते हैं।

सुबह 8 बजे से दाेपहर 1 बजे तक व दाेपहर 2 बजे से सूर्यास्त तक ही यह सुविधा उपलब्ध रहेगी।

मंदिर की तलहटी में रेपिस्ट एंटीजेन टेस्ट की व्यवस्था की गई है। टेस्टे के पश्चात ही भक्ताें काे प्रवेश कूपन दिया जाता है।

साथ ही कूपन धारकाें काे थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटेशन चैम्बर से हाेकर गुजरना पड़ता है।

प्रत्येक श्रद्धालु काे मंदिर परिसर में अधिकतम 15 मिनट समय तक ही रहने की अनुमति दी जाती है।